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इंदौर

शहर की कई पुल-पुलियाओ की हालत जर्जर

  • 13 Oct 2022

निगम ने संभाला मोर्चा, बड़े स्तर पर सुधार और मरम्मत का कार्य  शुरू किया
इंदौर। शहर की कई पुल-पुलिया ऐसी हैं, जिनकी हालत जर्जर हो गई है। बारिश में ये खतरनाक हो जाती हैं। लोगों को जान जोखिम में डालकर निकलना पड़ता है। जर्जर हो रही इन पुलियाओं को बनाने के लिए अब नगर निगम जागा है और बरसात थमते ही नए पुल-पुलिया निर्माण को लेकर टेंडर जारी करना शुरू कर दिए हैं। इधर शहर में कई जगह पुल-पुलिया निर्माण चल रह है, मगर कछुआ चाल है।
निगम के पुल प्रकोष्ठ ने शहर की उन पुल-पुलियाओं के टेंडर निकालना शुरू कर दिए हैं, जिनकी हालत बहुत जर्जर है। इनकी ऊंचाई और चौड़ाई कम होने से लोगों को निकलने में काफी दिक्कत होती है कान्ह,सरस्वती और फतनखेड़ी नदी सहित नालों पर बरसात के दिनों में कई बार यह पुल- पुलिया डूब जाते हैं और आवागमन रुक जाता है। शहर में ऐसी कई पुलियाएं हैं, जिनको नए सिरे से बनाकर ऊंचा और चौड़ा करना जरूरी है। इसको लेकर रहवासी लगातार मांग अलग करते हैं, लेकिन निगम के जिम्मेदार अफसर ध्यान नहीं देते। अब जब निगम में परिषद यानी महापौर और पार्षद आ गए हैं, तो पुल-पुलिया निर्माण को लेकर अफसर जागे हैं। बरसात थमते ही पुल- आपुलिया बनाने के लिए टेंडर बुलाए जा रहे हैं। कई फाइलें टेंडर प्रक्रिया में है।
निगम के पुल प्रकोष्ठ ने वार्ड-1 में अममार नगर कॉलोनी में प्लॉट नंबर-52 के पास और जगन्नाथपुरी कॉलोनी में खेड़ापति हनुमान मंदिर के पास पुलिया निर्माण करन का टेंडर जारी किया है। इन दोनों पुलियाओं को बनाने पर डेढ़ करोड़ रुपए से अधिक खर्च किए जाएंगे। इसी तरह वार्ड-64 में नौलखा चौराहा के पास 35 लाख रुपए लागत से पुलिया निर्माण होगा। टेंडर आन और मंजूर होने के बाद इन तीनों पुलियाओं को छह माह में बनाया जाएगा। पुलियाओं की ऊंचाई और चौड़ाई बढऩे से वाहन चालकों को जहां परेशानी नहीं होगी, वहीं बरसात में रास्ता बंद कर आवागमन नहीं रोकना पड़ेगा। हालांकि कई जगह अभी पुल-पुलिया का निर्माण चल रहा है। काम की चाल कछुआ होने से तय समय सीमा पूरी होने के बावजूद काम अधूरा है।