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इंदौर

शहर में हर दिन 6 बिन की तर्ज पर संग्रहित किया जाता है 6 प्रकार का कचरा

  • 12 Oct 2022

भारत व युरोपीय संघ के संयुक्त त्वाधान में सतत शहरीकरण योजना पर आधारित वर्कशॉप
इंदौर। भारत एंव युरोपीय संघ के संयुक्त तत्वाधान में शहरी भागीदारी हेतु इंदौर के ब्रिलियंट कन्वेशन सेंटर पर दिनांक 10 से 14 अक्टुबर 2022 तक आयोजित कार्यशाला में निगम के अधीक्षण यंत्री श्री महेश शर्मा द्वारा इंदौर द्वारा सतत योजना दृष्टिकोण पर प्रेजेटेशन दिया गया।  
अधीक्षण यंत्री श्री महेश शर्मा ने बताया कि भारत एंव युरोपीय संघ के संयुक्त तत्वाधान में शहरी भागीदारी हेतु इंदौर मेट्रोपॉलिटन रीजन में मेट्रोपॉलिटन प्लानिंग में मेनस्ट्रीमिंग रेजिलिएंस विषय पर सस्टेनेबल अर्बन प्लानिंग वर्कशॉप 10 से 14 अक्टूबर तक ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में आयोजित किया गया। कार्यशाला का आयोजन इंदौर मेट्रोपॉलिटन अथॉरिटी (आईडीए) और यूरोपीय संघ (ईयू) द्वारा स्मार्ट और सतत शहरीकरण पर भारत ईयू अर्बन पार्टनरशिप के तहत किया गया, जिसमें आवास और शहरी कार्य मंत्रालय भारत सरकार की ओर से नोडल एजेंसी है।
उन्होंने बताया कि  शहर को ओडीएफ मुक्त कैसे किया, पहले गीला-सुखा कचरा संग्रहित किया जाता है, अब हर दिन 6 बिन की तर्ज पर 6 प्रकार का कचरा संग्रहित किया जा रहा है। थैला बैंक, बर्तन बैंक, डिस्पोजल फ्री क्षेत्र, जीरो वेस्ट इवेंट, जीरो वेस्ट शादी, नाला सफाई अभियान, नाला क्रिकेट, नाला मेडिकल चेकअप, नाला फुटबॉल, नाला दंगल व अन्य गतिविधियों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई। साथ ही डोर टू डोर कचरा संग्रहण वाहनो से संग्रहित कचरे को गारबेज कचरा ट्रांसर्फर स्टेशन तक किस प्रकार से पहुंचाया जा रहा है, इस सेग्रिगेट कचरे को किस प्रकार से टेज्चिंग ग्राउण्ड पर डिसेंटलाईज्ड मटेरियल रिकवरी प्लांट व ड्राय वेस्ट प्रोसेसिंग प्लांट, कम्पोस्ट प्लांट में प्रोसेस किया जा रहा है। इसके साथ ही टेचिंग ग्राउण्ड में निर्माणधीन बायागैस प्लांट के संबंध में भी विस्तार से जानकारी देते हुए, बताया कि यह एशिया को बडा बायोगैस सीएनजी प्लांट है जहां पर गीले कचरे से बायोगैस का निर्माण किया जाकर उसे लोक परिवहन में उपयोग किया जा रहा है।
स्वच्छता अभियान की दी जानकारी
इस अवसर पर अधीक्षण यंत्री श्री महेश शर्मा द्वारा प्रेजेटेशन के माध्यम से इंदौर में वर्ष 2015 से वर्तमान तक इंदौर शहर में चलाये गये, स्वच्छता अभियान की विस्तृत जानकारी देते हुए, बताया कि किस प्रकार से पूर्व में इंदौर में जगह-जगह कचरा पेटिया हुआ करती थी, जिस कचरा पेटी के आस-पास कचरे के ढेर लगा रहता था। इसके पश्चात इंदौर ने स्वच्छता अभियान के तहत इंदौर को कचरा पेटी से मुक्त करते हुए, शहर के चिंहित वार्ड में पायलेट प्रोजेक्ट के तौर पर डोर टू डोर कचरा संग्रहण वाहन चलाये, जिनका जीपीएस सिस्टम के माध्यम से मॉनिटरिंग किया जा रहा है, सभी कचरा संग्रहण वाहनो अपने निर्धारित रूट व समय पर अपने कार्य क्षेत्र में कार्य कर रहे है।