राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर बोले उच्च शिक्षा मंत्री, पेपर लीक करने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई
इंदौर। इंदौर के देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी में बुधवार को राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 पर संभाग स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया। इस आयोजन में प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव, भाजपा नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे सहित डॉ. सुरेश सिलावट अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा इंदौर विभाग कुलपति डॉ. रेणु जैन, रजिस्ट्रार डॉ. अनिल शर्मा सहित कॉलेजों के प्रिंसिपल व स्टूडेंट्स शामिल हुए। इस मौके पर मीडिया से बात करते हुए प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने कहा कि नई शिक्षा नीति के तहत हर संभाग में सेमिनार का जो क्रम है उसी क्रम में इंदौर में यह सेमिनार किया है। इसके माध्यम से हमारे दोनों पक्ष इसमें पहला पक्ष प्राध्यापक है, जो आगे जाकर पढ़ाने वाले हैं, किताब लिखने वाले हैं। कई प्रकार से अपना-अपना योगदान देने वाले है। वहीं दूसरा बड़ा पक्ष स्टूडेंट्स का है। स्टूडेंट्स में भी हम जागरुकता फैला रहे है। कोविड के बावजूद हमने बीते साल नई शिक्षा नीति के फस्र्ट ईयर में रामचरित मानस को सिलेबस में शामिल किया था। इस बार सेकंड ईयर में प्रवेश कर रहे है। मुझे इस बात की खुशी है कि सीएम के नेतृत्व में हमने सबसे पहले मप्र में फस्र्ट ईयर ने नई शिक्षा नीति लागू की है। यह एक चुनौती पूर्ण काम था।
प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि फस्र्ट ईयर के सिलेबस में रामचरित मानस को हिस्सा बनाया था। सीएम की मंशानुसार सेकंड ईयर के सिलेबस में श्रीमद भागवत गीता को शामिल करने जा रहे है। साथ ही हमारा जो गौरवशाली अतीत है जिनमें देवी अहिल्या बाई, विक्रमादित्य, राजाभोज जैसे नायकों को भी सिलेबस में कहीं न कहीं जगह देने जा रहे है। शिक्षा से न केवल गुणवत्ता बल्कि अतीत के गौरवशाली इतिहास से भी जोडऩे का प्रयास किया जा रहा है।
पेपर लीक मामले में सख्त कार्रवाई
इंदौर में पेपर लीक के मामले उन्होंने कहा कि कोई भी गड़बड़ी करेगा तो छोड़ा नहीं जाएगा। ऐसी कोई बात सामने आती है तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इंदौर
सेकंड ईयर के सिलेबस में श्रीमद भागवत गीता को कर रहे शामिल
- 14 Apr 2022